First Night: शादी की पहली रात को सुहागरात क्यों कहा जाता है? जानिए असली वजह

First Night: शादी की पहली रात को सुहागरात क्यों कहा जाता है? जानिए असली वजह

हनीमून: शादी की पहली रात को अंग्रेजी में हनीमून कहा जाता है। यह वाक्य भारतीय संस्कृति में प्रचलित है और यह विवाह के बाद पहली रात के अवसर को दर्शाता है। यह रात शादीशुदा जोड़े के लिए खास होती है, जब पति-पत्नी दोनों एक साथ अपनी नई जिंदगी की शुरुआत करते हैं।

फर्स्ट नाइट ऑफ मैरिड कपल

शादी को धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। वहीं शादी की पहली रात को और भी अहम माना जाता है। इस रात के लिए खास तैयारियां की जाती हैं. इसे रीति-रिवाजों और परंपराओं के साथ मनाया जाता है। आखिर ऐसे क्या कारण हैं कि भारत में इसे हनीमून का नाम दिया गया है, आइए जानते हैं इसके बारे में। दरअसल, यह रात एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है जब पति-पत्नी दोनों अपने रिश्ते को मजबूत करते हैं और वैवाहिक जीवन को स्थायी बनाने का प्रयास करते हैं।

पहली रात पर पति पत्नी एक दूसरे पर बात पर विश्वास करते हैं

दरअसल यह रात दो पार्टनर्स के बीच समझौते, प्यार और विश्वास की शुरुआत का प्रतीक है। यह रात दोनों के लिए आपसी समझ और एक-दूसरे के सहयोग से एक नया पारिवारिक जीवन शुरू करने का अवसर है। यह रात भविष्य के आपसी संबंधों के निर्वहन की शुरुआत है। यह रात भविष्य के आपसी संबंधों के निर्माण में मददगार साबित होती है और दोनों के बीच विश्वास, सम्मान, प्यार और सहयोग और बच्चों की नींव रखती है।

यह भी पढ़ें-: PM Kisan Yojana 2023: पीएम किसान योजना की 14वीं किस्त के लिए करे eKYC अपडेट

यह भी पढ़ें-: Kisan Credit Card Apply 2023: किसानों को मिलेगा1 लाख 60 हजार रुपये क्रेडिट कार्ड

इसे सुहागरात इसलिए कहा जाता है

क्योंकि इस समय नवविवाहित पति-पत्नी भोजन, मनोरंजन और विश्राम के अवसर पर अपना हनीमून मनाते हैं। ‘सुहाग’ शब्द संस्कृत के ‘सुहागिनी’ शब्द से आया है जिसका अर्थ है ‘सौभाग्यशाली विवाहित महिला’। इसलिए इसे सुहागरात कहा जाता है और यह पूरी तरह से सुहाग को समर्पित है। एक भाग्यशाली विवाहित महिला की पहली भूमिका उसके विवाहित जीवन की प्रारंभिक प्रस्तावना होती है।

हनीमून की रोमांटिक कहानी

हनीमून पर नवविवाहित पति-पत्नी के बीच रोमांटिक और आपसी संबंधों का एक महत्वपूर्ण क्षण होता है, जिसमें वे अपने रिश्ते को गहराई से समझते हैं और उन्हें अपने दिल की बात साझा करने का मौका मिलता है। एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संस्कृत शब्द सुहाग शब्द सौभाग्य से बना है। सुहाग और सुहागन शब्द विवाह से जुड़े हैं। पति के सौभाग्य को बढ़ाने के लिए विवाहित स्त्री को सुहाग का प्रतीक चिन्ह पहनाया जाता है। इसलिए सुहाग की पहली रात होने के कारण इसका नाम सुहागरात रखा गया है।

Leave a Comment