PM Kisan Yojana 2023: पीएम किसान योजना की 15वीं किस्त इस दिन जारी हो सकती है किसानों को मिलेंगे 2000 हजार रुपये की राशि
पीएम किसान योजना चाहे आप ग्रामीण क्षेत्र में रहते हों या शहरी क्षेत्र में, लेकिन अगर आप किसी सरकारी योजना के लिए पात्र हैं तो आपको इसका लाभ मिल सकता है। उदाहरण के तौर पर केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के जरिए किसानों को लाभ दिया जाता है इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल 6,000 रुपये दिए जाते हैं और यह पैसा 2,000 रुपये की तीन किस्तों में दिया जाता है सभी किसानों को अब तक 14 किस्तें जारी होने के बाद इस बार लाभार्थियों को 15वीं किस्त का इंतजार है। तो आइए जानते हैं कि आपको 15वीं किस्त का लाभ कब मिल सकता है।
देश में कई तरह की सरकारी योजनाएं संचालित हैं,
जिनका लाभ बड़ी संख्या में किसान उठा रहे हैं इन्हीं योजनाओं में से एक है पीएम-किसान यानी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना इस योजना के तहत किसानों को साल में छह हजार रुपये की सहायता राशि दी जाती है यह रकम चार महीने के अंतराल पर किसानों के खाते में भेजी जाती है यह रकम 2,000 रुपये की तीन किस्तों में खातों में भेजी जाती है सरकार की ओर से अब तक किसानों के खातों में 14 किस्तें भेजी जा चुकी जबकि 15वीं किस्त के लिए रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है
पीएम किसान की 15वीं किस्त का इंतजार कर रहे किसानों के लिए एक चिंताजनक खबर है। दरअसल साल 2021-22 की जुलाई-अगस्त की किस्त जहां देश के 11.19 करोड़ किसानों के खाते में पहुंच चुकी थी वहीं इस साल सिर्फ 9.53 करोड़ किसानों के खाते में ही इस योजना की रकम पहुंची इस तरह दो करोड़ लोग लाभार्थियों की सूची से बाहर हो गये यदि किसान योजना की शर्तों को पूरा नहीं करते हैं तो ऐसी ही स्थिति 15वीं किस्त के लिए भी हो सकती है।
दो करोड़ पीएम किसान योजना में वंचित हो गये
जहां किसान 15वीं किस्त के लिए बेसब्री से रजिस्ट्रेशन कराने में जुटे हुए हैं केंद्र और राज्य सरकारों की सख्ती के कारण देश के करीब दो करोड़ किसान लाभार्थियों की सूची से बाहर हो गए हैं पिछले एक साल में करीब दो करोड़ किसान जो इस योजना के तहत लाभ ले रहे थे अब इससे वंचित हो गए हैं
क्यों घट गए पीएम किसान योजना के लाभार्थी
पीएम किसान पोर्टल पर दी गई सभी किस्तों के अनुसार लगभग 12 करोड़ किसान मोदी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत पंजीकृत हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से घर-घर सत्यापन अनिवार्य ई-केवाईसी और कृषि दस्तावेजों के सत्यापन जैसे सभी काम करने के बाद अयोग्य किसानों को इस सूची से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। पीएम किसान पोर्टल पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जुलाई 2023-24 की किस्त सभी राज्यों के लगभग 100 फीसदी पात्र किसानों के खाते में पहुंच चुकी है इसके बाद 15वीं किस्त जल्द ही किसानों के खाते में आ जाएगी जिसकी तारीख की घोषणा होनी है
जानिए कहां कितने पीएम किसान योजना में हैं पात्र
पीएम किसान पोर्टल पर 10 अगस्त 2023 तक अपडेट होने तक लद्दाख में केवल 14156 पात्र किसान ही पात्र पाए गए हैं। जम्मू-कश्मीर में 733804, हिमाचल प्रदेश में 740027, पंजाब में 857451, हरियाणा में 1539770, राजस्थान में 5689854 और मध्य प्रदेश में 7646500 किसान ही इस योजना के लिए पात्र पाए गए हैं। अब उत्तर प्रदेश के 18660331 किसानों को 15वीं किस्त का लाभ मिल सकेगा. जबकि बिहार के 7584538 किसान इस योजना के पात्र बने हुए हैं. पश्चिम बंगाल में 4474761 किसान, झारखंड में 1309129, ओडिशा में 2703331 छत्तीसगढ़ में 2030470, महाराष्ट्र में 8562584 और गुजरात में 4518428 किसान अब इस योजना के लिए पात्र हैं।
दक्षिण भारत के राज्यों की बात करें तो
अब केवल तेलंगाना में 2978394, आंध्र प्रदेश में 4173950, कर्नाटक में 4965327, गोवा में 5668, पुडुचेरी में 8698, तमिलनाडु में 2096428 और केरल में 2341810 किसान ही पीएम किसान सम्मान निधि के पात्र हैं। . योग्य हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में सिक्किम में 10666, असम में 876149, अरुणाचल प्रदेश में 68874, मणिपुर में 14867 और मिजोरम में 54619 किसान लाभार्थी सूची में हैं। मेघालय में 33389 किसान और त्रिपुरा में 221493 किसान लाभार्थियों की सूची में हैं।
अपात्र पीएम किसान योजना के लाभार्थी कौन हैं
अब सबसे अहम बात ये है कि वो किसान कौन हैं जो अपात्र हैं इसमें वे किसान शामिल हैं जिनका परिवार टैक्स देता है और इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते। यानी अगर पति या पत्नी में से किसी एक ने पिछले साल इनकम टैक्स भरा है तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा जो लोग कृषि भूमि का उपयोग कृषि कार्यों के बजाय अन्य कार्यों के लिए कर रहे हैं या दूसरों के खेतों पर खेती का काम करते हैं लेकिन खेतों के मालिक नहीं हैं। ऐसे किसान भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं
अगर कोई किसान खेती कर रहा है लेकिन खेत उसके नाम पर नहीं है तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा अगर खेत उसके पिता या दादा के नाम पर है तो भी वह इस योजना का लाभ नहीं उठा सकता है अगर कोई कृषि भूमि का मालिक है लेकिन वह सरकारी कर्मचारी है या सेवानिवृत्त हो चुका है तो वह भी इस योजना से वंचित है।