योगी सरकार ने दिया 1 करोड़ 75 लाख महिलाओं फ्री गैस सिलेंडर का तोहफा हुई रोशन दिवाली सभी के घरों में
उज्ज्वला योजना के तहत उत्तर प्रदेश की एक करोड़ 75 लाख गरीब महिलाओं को लाभ मिलेगा इस दिवाली यूपी सरकार मुफ्त में गैस सिलेंडर रिफिल करा रही है। यह प्रस्ताव पिछले दिनों कैबिनेट में पास हुआ था
दिवाली पर योगी सरकार ने यूपी के उज्ज्वला लाभार्थियों को तोहफा दिया है. 1 करोड़ 75 लाख लाभार्थियों को मुफ्त सिलेंडर दिया जा रहा है सरकार एक लाभार्थी को सिलेंडर रिफिल के लिए 605 रुपये दे रही है. ये पैसा सीधे उनके बैंक खाते में जाएगा सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लोकभवन में कई उज्ज्वला लाभार्थियों को चेक दिए। सरकार मुफ्त सिलेंडर रिफिल पर 2312 करोड़ रुपये खर्च कर रही है
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की गई थी
लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि आज हमने लोक कल्याण संकल्प पत्र के एक संकल्प को पूरा करने की शुरुआत की है. दिवाली के बाद होली पर भी हम मुफ्त सिलेंडर देंगे.देश में एलपीजी की कमी को खत्म करने के लिए 2016 में बलिया में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की गई थी उज्ज्वला योजना सिर्फ समय पर स्वस्थ ईंधन उपलब्ध कराने की योजना नहीं थी। माताओं-बहनों के स्वास्थ्य में सुधार की भी योजना है। अगर फेफड़े कमजोर हों तो कई समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
कोरोना काल में कमजोर फेफड़े वालों की मौत हो गई। अगर 2016 में उज्ज्वला योजना नहीं आती तो कितने लोग कोरोना से मरते. इस योजना से 9 करोड़ साठ लाख लोग जुड़े। प्रधानमंत्री द्वारा सब्सिडी दी गई। 2014 से पहले 25-30 हजार रुपये खर्च कर गैस कनेक्शन मिल जाता था उस समय त्योहारों पर सिलेंडर नहीं मिलते थे। तब पुरुषों को लाइन में लगकर पुलिस की लाठियां खानी पड़ती थीं बिना सिलेंडर के घर पहुंचने पर हमें सिलेंडर मिला
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की गई थी
लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि आज हमने लोक कल्याण संकल्प पत्र के एक संकल्प को पूरा करने की शुरुआत की है. दिवाली के बाद होली पर भी हम मुफ्त सिलेंडर देंगे.देश में एलपीजी की कमी को खत्म करने के लिए 2016 में बलिया में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की गई थी उज्ज्वला योजना सिर्फ समय पर स्वस्थ ईंधन उपलब्ध कराने की योजना नहीं थी। माताओं-बहनों के स्वास्थ्य में सुधार की भी योजना है। अगर फेफड़े कमजोर हों तो कई समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
कोरोना काल में कमजोर फेफड़े वालों की मौत हो गई। अगर 2016 में उज्ज्वला योजना नहीं आती तो कितने लोग कोरोना से मरते इस योजना से 9 करोड़ साठ लाख लोग जुड़े। प्रधानमंत्री द्वारा सब्सिडी दी गई। 2014 से पहले 25-30 हजार रुपये खर्च कर गैस कनेक्शन मिल जाता था उस समय त्योहारों पर सिलेंडर नहीं मिलते थे। तब पुरुषों को लाइन में लगकर पुलिस की लाठियां खानी पड़ती थीं बिना सिलेंडर के घर पहुंचने पर हमें सिलेंडर मिला