यूपी SC-ST छात्रों को निजी संस्थानों में मिलेगी फ्री शिक्षा सरकार इस योजना पर कर रही विचार
राज्य में 2.5 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले अनुसूचित जाति एवं जनजाति परिवारों के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के साथ-साथ शुल्क प्रतिपूर्ति की भी सुविधा है। पहले सरकारी सहायता प्राप्त और निजी शिक्षण संस्थानों में एससी-एसटी छात्रों के लिए शून्य शुल्क पर प्रवेश की व्यवस्था थी
निजी संस्थानों में SC-ST छात्रों को फ्री प्रवेश की सुविधा अगले सत्र से बहाल हो सकती है। सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है इससे 20 लाख से ज्यादा छात्रों को फायदा होगा राज्य में 2.5 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले अनुसूचित जाति एवं जनजाति परिवारों के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के साथ-साथ शुल्क प्रतिपूर्ति की भी सुविधा है। पहले सरकारी सहायता प्राप्त और निजी शिक्षण संस्थानों में SC-ST छात्रों के लिए शून्य शुल्क पर प्रवेश की व्यवस्था थी बाद में राज्य सरकार ने उनकी फीस की प्रतिपूर्ति की
इस योजना में बड़े पैमाने पर घोटाला सामने आया
निजी शिक्षण संस्थानों ने अपने अधिकांश छात्रों को एससी-एसटी के रूप में दिखाना शुरू कर दिया ताकि उन्हें सरकार से अधिकतम राशि मिल सके इनमें कई छात्र फर्जी भी पकड़े गए अतः 2018-19 से निःशुल्क प्रवेश की व्यवस्था केवल सरकारी एवं सहायता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में ही रही निजी संस्थानों में इसे बंद कर दिया गया समाज कल्याण विभाग के सूत्रों के मुताबिक योजना को दोबारा शुरू करने से पहले शिक्षण संस्थानों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि शिक्षण संस्थानों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस के लिए सिस्टम लगाने का काम चालू सत्र में ही पूरा कर लिया जायेगा अगर यह सफल रहा तो निजी संस्थानों में एससी-एसटी छात्रों को फ्री प्रवेश की सुविधा मिल जायेगी
विचार कर रहे हैं हम
हम इस पर विचार कर रहे हैं लेकिन उससे पहले अनियमितताएं रोकने के इंतजाम पुख्ता करेंगे असीम अरुण समाज कल्याण मंत्री