उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गन्ना किसानों को बड़ा तोहफा दिया है गुरुवार को हुई कैबिनेट बैठक में गन्ने का समर्थन मूल्य 20 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने का फैसला लिया गया है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई कैबिनेट बैठक में गन्ना किसानों को लेकर अहम फैसला लिया गया। सरकार ने गन्ना समर्थन मूल्य 20 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गन्ने का समर्थन मूल्य तीन श्रेणियों में 20 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है आज हुई कैबिनेट बैठक में करीब एक दर्जन प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई
साल 2017 में जब योगी सरकार पहली बार सत्ता में आई थी
गन्ने का समर्थन मूल्य 10 रूपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने साल 2021 में गन्ने की कीमत में 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी अब यह तीसरी बार है जब योगी सरकार ने गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाया है योगी सरकार ने पिछले 7 सालों में गन्ने का समर्थन मूल्य कुल 55 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया है आपको बता दें कि फिलहाल राज्य में अस्वीकृत प्रजाति के गन्ने का समर्थन मूल्य 335 रुपये प्रति क्विंटल है सामान्य 340 एवं उन्नत प्रजाति के गन्ने का समर्थन मूल्य 350 रूपये प्रति कुन्तल है अब तीनों श्रेणियों में 20 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है
योगी कैबिनेट के फैसले से पश्चिम के गन्ना किसानों ने भी खुशी जताई है उनका कहना है कि हालांकि उन्हें उम्मीद थी कि सरकार कीमत 400 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ाएगी लेकिन यह बढ़ोतरी भी अच्छी है और इससे बड़ी राहत मिलेगी गौरतलब है कि योगी सरकार पिछले 6 साल में 2 लाख 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया चुका चुकी है
यूपी के गन्ना किसानों के लिए अहम खबर है
उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ने की कीमत में 20 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है यह बढ़ोतरी यूपी के किसानों के लिए बड़ा तोहफा है क्योंकि लंबे समय से किसान गन्ने की कीमत में बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे सरकार का दावा है कि इस फैसले से किसानों के खातों में 2200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त रकम पहुंचेगी गन्ने की तीनों किस्मों पर 20 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है
यह वृद्धि राज्य सरकार द्वारा तय राज्य सलाहित मूल्य (एसएपी) है। इसके अलावा सरकार ने गन्ने के परिवहन शुल्क में भी 45 पैसे प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है लेकिन यह अधिकतम 9 रुपये होगा इस फैसले के बाद सामान्य गन्ने की कीमत 360 रुपये प्रति क्विंटल और अगेती प्रजाति के गन्ने की कीमत 370 रुपये प्रति क्विंटल है फिलहाल सामान्य गन्ने की कीमत 340 रुपये प्रति क्विंटल और अगेती प्रजाति के गन्ने की कीमत 350 रुपये प्रति क्विंटल है
मंत्री ने कहा कि योगी सरकार अब तक 55 रुपये बढ़ा चुकी है
गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने गुरुवार को कैबिनेट फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने कार्यकाल में अब तक गन्ने का समर्थन मूल्य 55 रुपये बढ़ाया है उन्होंने कहा कि नई बढ़ोतरी से किसानों के खातों में 2200 करोड़ रुपये अतिरिक्त पहुंचेंगे उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में लगभग 120 मिलें चल रही हैं. वहीं, 40 मिलें साप्ताहिक आधार पर गन्ने का भुगतान कर रही हैं खन्ना ने बताया कि चालू सत्र का करीब 86 फीसदी भुगतान हो चुका है
जबकि पिछले सत्र में 98 फीसदी भुगतान हो चुका है प्रदेश में लगभग 29 लाख हेक्टेयर में गन्ने का उत्पादन होता है। वहीं 42 लाख परिवार गन्ने की खेती से जुड़े हैं किसानों पर पड़ने वाले परिवहन शुल्क के बोझ पर खन्ना ने कहा कि इससे किसानों पर 39 करोड़ रुपये का बोझ बढ़ेगा जबकि 2200 करोड़ रुपये किसानों के खाते में जाएंगे
इससे पहले 2021 में गन्ने की बढ़ोतरी हुई थी
गन्ना मूल्य के संबंध में राज्य सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले 2021 में 35 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी उस समय अगेती गन्ने की कीमत 315 रुपये प्रति क्विंटल तक थी अब नए फैसले के बाद अगर यूपी की दरों की तुलना अन्य राज्यों से की जाए तो यह पंजाब के बाद सबसे ज्यादा दरें देने वाला राज्य बन गया है। हरियाणा गन्ने का SAP 362 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि पंजाब में एसएपी 380 रुपये प्रति क्विंटल है